मनोरुग्ण महिला से अत्याचार कर वीडियो वायरल करने वाले आरोपी गिरफ्तार
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चंद्रपुर जिले के नागभीड़ पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक मनोरुग्ण महिला के साथ बलात्कार कर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। घटना का पता चलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को महज तीन घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
घटना का विवरण:
23 अगस्त 2024 को सुबह 10:00 बजे के करीब नागभीड़ पुलिस स्टेशन को एक आक्षेपार्ह वीडियो के बारे में जानकारी मिली, जो व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा था। वीडियो में एक मनोरुग्ण महिला के साथ अत्याचार का दृश्य था। नागभीड़ पुलिस ने तत्काल इस मामले को गंभीरता से लिया और वीडियो में दिख रही पीड़िता की पहचान की।
जांच के दौरान यह सामने आया कि यह घटना 12 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि के दौरान नागभीड़ बस स्टैंड के पास स्थित सार्वजनिक शौचालय में घटी थी। आरोपियों ने पीड़िता को अकेला पाकर उसे जबरन शौचालय में ले जाकर बलात्कार किया। इस घृणित कृत्य का वीडियो भी एक आरोपी द्वारा मोबाइल पर रिकॉर्ड किया गया, जबकि अन्य आरोपी भी इस अपराध में शामिल थे और उन्होंने इसका समर्थन किया।
वायरल वीडियो और गिरफ्तारियां:
इस घटना का वीडियो एक आरोपी ने अपने मित्र को व्हाट्सएप पर भेजा, जिसने इसे और लोगों को भेजकर वायरल कर दिया। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैला, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। नागभीड़ पुलिस ने कई टीमों का गठन किया और तीन घंटे के अंदर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया।
कानूनी कार्रवाई:
पुलिस ने इस मामले में अपराध संख्या 262/2024 के तहत भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 64 (2) (सी), 70 (1), 87, 126 (2), 3 (5), सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67, 67 (ए) अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन, अपर पुलिस अधीक्षक रिना जनबंधु, उपविभागीय पुलिस अधिकारी दिनकर ठोसरे ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़िता को तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्रदान की गई।
पुलिस की अपील:
चंद्रपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस घटना से संबंधित किसी भी वीडियो को सोशल मीडिया पर न फैलाएं और न ही किसी प्रकार की अफवाह फैलाएं। ऐसा करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की तत्परता और सहयोग से यह मामला कुछ ही घंटों में सुलझ गया, लेकिन यह घटना समाज में फैली संवेदनहीनता और अपराधियों की मनोवृत्ति पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है।