सरकार ने नागरिकों की सहनशीलता की परीक्षा न ले: सांसद प्रतिभा धानोरकर
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**चंद्रपुर:** भारतीय संस्कृति में महिलाओं को विशेष सम्मान प्राप्त है और देश के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। परंतु मौजूदा सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उदासीन है, जिसके परिणामस्वरूप बदलापुर जैसी घटनाएं हो रही हैं। सरकार ने नागरिकों की सहनशीलता की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए, ऐसा विचार सांसद प्रतिभा धानोरकर ने चंद्रपुर शहर में आयोजित विरोध प्रदर्शन में व्यक्त किया।
आज चंद्रपुर के गांधी चौक पर महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। यह प्रदर्शन उच्च न्यायालय द्वारा महाविकास आघाड़ी के महाराष्ट्र बंद पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद, चेहरे पर काली पट्टी बांधकर किया गया। सांसद धानोरकर ने कहा कि महाराष्ट्र, जो सभ्य समाज के रूप में जाना जाता है, पिछले दस दिनों में कई अत्याचारों का गवाह बना है। बदलापुर की घटना ने यह साबित कर दिया कि अब मासूम बच्चियां भी सुरक्षित नहीं हैं, जबकि सुरक्षा की जिम्मेदारी वाली सरकार गहरी नींद में सो रही है।
सांसद प्रतिभा धानोरकर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए, तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर नागरिक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगा।
इस विरोध प्रदर्शन में अन्य प्रमुख नेताओं की भी भागीदारी रही, जिनमें विधायक सुभाष धोटे, चंद्रपुर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रितेश तिवारी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष दीपक जयस्वाल, चंद्रपुर जिला ग्रामीण महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नम्रता ठेमस्कर, और अन्य महाविकास आघाड़ी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।